यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय। Chapter -1 | इतिहास | Class 10
Class 10 history chapter 1| Europe mein rashtrawad ka Uday |यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय
यूटोपिया/ कल्पनादर्श क्या है?
सन् 1848 में एक फ्रांसीसी कलाकार फ्रैड्रिक सॉरयू ने 4 चित्रों की एक श्रृंखला बनाई। इन चित्रों में उन्होंने एक संसार रचा। सॉरयू के कल्पना दुनिया के लोग अलग-अलग राष्ट्रों के समूह में बटे हुए हैं जिनकी पहचान उनके कपड़ों और राष्ट्रीय पोशाक से होती है।
इन्होंने एक ऐसे समाज की कल्पना की जो इतना आदर्श है कि उसका साकार होना लगभग असंभव होता था।
फ्रैड्रिक सॉरयू के 4 चित्रों में स्वतंत्रता की मूर्ति के आगे किन किन राष्ट्रों के लोग जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे?
स्वतंत्रता की मूर्ति के आगे इस जुलूस का नेतृत्व संयुक्त राज्य अमेरिका और स्विट्जरलैड कर रहे थे।
निरंकुशवाद (Absolutism) क्या है?
- ऐसी सरकार या शासन व्यवस्था जिसकी सत्ता पर किसी प्रकार का कोई अंकुश नहीं होता।
- इतिहास में ऐसी राज्य सरकारों को निरंकुश कहा जाता है।
- यह शासन व्यवस्था अत्यंत केंद्रीकृत, सैन्य बल पर आधारित, दमनकारी सरकार होती थी।
अर्नेस्ट रेनन (Ernset Renan) कौन था?
रेनन एक फ्रांसीसी दार्शनिक था जिनका जन्म 1823 में और मृत्यु 1892 में हुआ।
रेनन ने 1882 में सॉबॉन (Sorbonne) विश्वविद्यालय में राष्ट्र की अपनी समझ को प्रस्तुत किया। यह बाद में इतना प्रसिद्ध हुआ की इनके विचार निबंध के रूप में छापा जाने लगा जिसका शीर्षक राष्ट्र क्या है? (Qu'est-qu' une nattion?)
अर्नेस्ट रेनन (Ernset Renan) का राष्ट्र क्या है?
एक राष्ट्र लंबे प्रयासों, त्यागो और निष्ठा का चरम बिंदु होता है। जिसमें शौर्य वीरता से युक्त अतित, महान पुरुषों के नाम और गौरव होता है। राष्ट्रीय एक बड़ी और व्यापक एकता ( Large-scale solidarity) है जिसका अस्तित्व जनमत संग्रह पर होता है।
जनमत संग्रह से आप क्या समझते हैं?
एक प्रत्यक्ष मतदान जिसके जरिए एक क्षेत्र के सभी लोग से एक प्रस्ताव को स्वीकार या अस्वीकार करने के लिए पूछा जाता।
फ्रांसीसी लोगों को क्रांति और राष्ट्र का विचार क्यों आया?
1789 में फ्रांसीसी क्रांति के साथ राष्ट्रवाद की पहली अभिव्यक्ति सामने आए। क्रांति का मुख्य कारण संपूर्ण भूभाग पर एक निरंकुश राजा का अधिपत्य था।
- NOTE:- फ्रांस की क्रांति 1789 में हुई थी।
- NOTE:- फ्रांस की क्रांति पहली क्रांति थी।
फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान का भाव पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने क्या कदम उठाए?
प्रारंभ से ही फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने ऐसे अनेक कदम उठाए जिनसे फ्रांसीसी लोगों में सामूहिक पहचान के भाव पैदा हो सके:-पितृभूमि (la patrie) और नागरिक (le citoyen) जैसे विचारों पर संयुक्त बल दिया गया।
- एक संविधान के अंतर्गत लोगों को समान अधिकार दिए गए।
- एक नया फ्रांसीसी झंडा तिरंगा (the tricolor) चुना गया जिसने राष्ट्रध्वज की जगह ले ली।
- इस्टेट जनरल का चुनाव सक्रिय नागरिकों के समूह द्वारा किया जाने लगा।
- इस्टेट जनरल का नाम बदलकर नेशनल एसेंबली कर दिया गया।
- नई स्थितियां रची गई, शपथे ली गई, शहीदों का गुणगान किया गया।
- एक केंद्रीय प्रशासनिक व्यवस्था लागू की गई जिसने अपने भूभाग में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून बनाएं।
- आंतरिक आयात - निर्यात शुल्क समाप्त कर दिए गए।
- भार तथा नापने की एक समान व्यवस्था लागू की गई।
- क्षेत्रीय बोलियों की जगह पेरिस के फ्रेंच भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में दर्जा दिया गया।
जैकोबिन क्लब की स्थापना पर टिप्पणी?
- 19 नवंबर 1789 में मैक्सिमिलियन रोबेस्पिएरे द्वारा निरुपित और स्थापित किया गया था।
जैकोबिन क्लब कार्य:-
- यूरोप के लोगों को निरंकुश शासकों से मुक्त कराए।
- फ्रांस यूरोप के अन्य लोगों को और राष्ट्रों में गठित होने में मदद करना।
जैकोबिन क्लब का प्रभाव:-हालैंड, बेल्जियम, स्वीट्जरलैड़ और इटली में देखने के लिए मिला।
जर्मन पंचांग क्या है?
एक प्रकार का तिथिपत्र था जिसे एंट्रीयास रेबमान ने 1798 में डिजाइन किया था।
एंट्रीयास रेबमान कौन था?
- रहमान एक पत्रकार था
- जो मेंज़ नामक शहर में रहता था।
- जर्मन जैकोबिन क्लब का सदस्य था
- इन्होंने एक नारा दिया था कि:- 'लोगों को अपनी आजादी मुट्ठी में कर लेनी चाहिए'
अपने शासन वाले क्षेत्र को ज्यादा कुशल बनाने के लिए नेपोलियन ने क्या बदलाव किए?
नेपोलियन के नियंत्रण में जो विशाल क्षेत्र आया वहां उसने अनेक सुधार की शुरुआत की जिन्हें फ्रांस में पहले ही आरंभ किया जा चुका था:-- फ्रांस में राजतंत्र को वापस लाया और प्रजातंत्र को नष्ट किया।
- प्रशासनिक क्षेत्रों में क्रांतिकारी सिद्धांतों का समावेश किया।
- पूरी शासन व्यवस्था अधिक तर्कसंगत और कुशल बनाया।
- नागरिक संहिता बनाया जिसे बाद में नेपोलियन की संहिता के नाम से जाना जाने लगा।
- जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर दिए।
- कानून के समक्ष बराबरी और संपत्ति के अधिकार को सुरक्षित किया गया।
- प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाया।
- सामंती व्यवस्था को खत्म किया।
- किसानों को भू- दासत्व और जागीरदारी शुल्क को से मुक्ति दिलाई।
- किसानों कारीगरों मजदूरों और नए उद्योगपतियों को व्यापार करने के लिए आजादी दी।
नेपोलियन संहिता पर टिप्पणी करें?
1804 में नेपोलियन द्वारा नागरिकों के लिए कानून बनाया गया जिससे नागरिक संहिता और आमतौर पर नेपोलियन के संहिता के नाम से जाना जाता है।इस संहिता में:-- जालौर पर आधारित विशेषाधिकार को समाप्त किया।
- कानून के समक्ष बराबरी और संपत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया।
इस संहिता को फ्रांसीसी नियंत्रण के अधीन क्षेत्रों में भी लागू किया गया। प्रभावित क्षेत्र:- डच गणतंत्र, स्वीटजरलैंड, इटली और जर्मनी में लागू किया गया।
जर्मनी में किसने स्वतंत्रता के वृक्ष का रोपण किया?
- कार्लकैस्पर फ्रिट्ज़ द्वारा बनाया गया एक रंगीन चित्र था।
- जिसमें फ्रेंच सेनाओं द्वारा ज्वेब्रकेन शहर पर कब्जा को दिखाया था।
- इसी रंगीन चित्र में कार्लकैस्पर फ्रिट्ज़ ने स्वतंत्रता केे वृक्ष का रोपण कियाा था।
- इस वृक्ष पर लगे पट्टी पर जर्मन में लिखा है, उसका अनुवाद है:- ''हम से आजादी और समानता ले लो - यह मानवता का आदर्श रूप है।''
नेपोलियन के पतन का कारण ?- बढ़ते हुए कर
- सेंसरशिप का कानून
- बाकी यूरोप को जीतने के लिए फ्रेंच सेना में जबरन भर्ती।
यूरोप में राष्ट्रवाद का निर्माण
18 वीं सदी के यूरोप में भिन्नता पर टिप्पणी करें?
NOTE:- ऑस्ट्रिया-हंगरी पर शासन करने वाला है हैब्सबर्ग साम्राज्य कई अलग-अलग क्षेत्रों और जनसमूह को जोड़कर बनाया गया था। इसमें:- ऐल्प्स के टिरॉल, ऑस्ट्रेलिया और सुडेटेनलैंड जैसे इलाकों के साथ साथ बोहेमिया भी शामिल था।
भाषा:- जर्मन भाषा।
NOTE:- हैब्सबर्ग साम्राज्य में लॉम्बाडी और वेनेशिया
भाषा- इतालवी
NOTE:- हंगरी में आधे लोग मैग्यार भाषा बोलते थे। जबकि बाकी लोग विभिन्नगाली सिया में कुलीन वर्ग पॉलिश भाषा बोलते थे।
NOTE:- गालीसिया में कुलीन वर्ग पोलिश भाषा बोलते थे।
NOTE :- हैब्सबर्ग साम्राज्य की सीमा रेखा के भीतर भारी संख्या में खेती करने वाले लोग अध्ययन व्यवस्था में रहते थे।
कुलीन वर्ग पर टिप्पणी करें ?
- सामाजिक और राजनीतिक रूप से जमीन का मालिक कुलीन वर्ग के लोग होते थे।
- यूरोपीय महाद्वीप का सबसे प्रभावशाली वर्ग था।
- यह लोग ग्रामीण इलाकों में जायदाद और शहरी-हवेलियों के मालिक थे।
- राजनीतिक कार्यों के लिए तथा उच्च वर्गों के बीच में फ्रेंच भाषा का प्रयोग करते थे।
- उच्च वर्ग तथा कुलीन वर्ग के परिवार अक्सर वैवाहिक संबंधों से आपस में जुड़े होते थे।
- शक्तिशाली कुलीन वर्ग संख्या के लिहाज से एक छोटा समूह था।
औद्योगिकरण का शुरुआत- इंग्लैंड में औद्योगिकरण 18वीं सदी के दूसरे भाग में आरंभ हुआ।
- फ्रांस और जर्मनी के कुछ हिस्सों में यह 19वीं शताब्दी के दौरान शुरू हुआ।
मध्यम वर्ग का उदय- 19वीं शताब्दी में फ्रांस और जर्मनी में औद्योगिकरण के शुरुआत के साथ ही एक नए सामाजिक वर्ग का उदय हुआ जिसे मध्यमवर्ग कहा जाता है।
- इस वर्ग के लोगों का मुख्य कार्य श्रम, उद्योग, व्यापार और सेवा के क्षेत्र में था।
- मध्य और पूर्वी यूरोप में इन समूह का आकार 19वीं सदी के अंतिम दशकों तक छोटा था।
- कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों की समाप्ति के बाद राष्ट्रीय एकता का विचार इन लोगों के कारण लोकप्रिय हुआ।
उदारवादी राष्ट्रवाद के क्या मायने थे
उदारवाद से आप क्या समझते हैं?उदारवाद ( libragalism ) शब्द तालीन भाषा के मूल Liber पर आधारित है जिसका अर्थ आजाद होता है।
मध्यम वर्ग के लिए उदारवाद का क्या मतलब था ?
नए मध्यम वर्ग के लिए उदारवाद का मतलब था :-- व्यक्ति के लिए आजादी।
- कानून के समक्ष सबकी बराबरी।
- राजनीतिक रूप से उदारवाद एक ऐसी सरकार पर जोर देता था जो सहमति से बनी हो।
फ्रांसीसी क्रांति के बाद उदारवादी लोगों ने क्या-क्या किया ?- निरंकुश शासक।
- पादरी वर्ग के विशेषाधिकारों की समाप्ति।
- संसदीय सरकार का पक्षधर था।
NOTE:- 19वीं सदी के उदारवादी निजी संपत्ति के स्वामित्व की अनिवार्यता पर भी बल देते थे।
फ्रांसीसी क्रांति के बाद मत देने का अधिकार किसको दिया गया था ?- फ्रांसीसी क्रांति के बाद उदारवादियों ने प्रजातंत्र का पहला राजनीतिक प्रयोग किया था और वहां मत देने और चुनने का अधिकार केवल संपत्तिवान पुरुषों को ही हासिल था।
- संपत्ति विहीन पुरुष और सभी महिलाओं को राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा गया था।
NOTE:- केवल थोड़े समय के लिए जैकोबिन क्लब के शासन के दौरान व्यस्क पुरुषों को मताधिकार प्राप्त था।
NOTE:- यहां वयस्क पुरुषों में महिला तथा पुरुष दोनों आते थे
नेपोलियन संहिता के द्वारा सीमित मताधिकार का प्रचलन नेपोलियन की संहिता जब लागू की गई तो पुनः सीमित अधिकार वापस आ गई और इस के कारण:-- महिलाओं को अवयस्क दर्जा दे दिया गया।
- तथा महिलाओं को पीता और पतियों के अधीन कर दिया गया।
NOTE:- संपूर्ण 19वीं सदी तथा 20वीं सदी के आरंभिक वर्षों में महिलाओं और संपत्ति विहीन पुरुषों ने समान राजनीतिक अधिकारों की मांग करते हुए विरोध आंदोलन चलाएं।
आर्थिक क्षेत्र में उदारवादियों की मांग बाजारों की मुक्ति और चीजों तथा पूंजी के आवागमन पर राज्य द्वारा लगाए गए नियंत्रण को खत्म करने के पक्ष में था।
ज़ॉलवेराइन क्या है?- ज़ॉलवेराइन की स्थापना 1834 में प्रशा की पहल से किया गया।
- यह एक सीमा शुल्क संघ था।
- इस संघ में कुल 39 राज्यों का एक समूह था
- इस संघ ने शुल्क अवरोधों को समाप्त कर दिया।
- मुद्राओं की संख्या 30 से घटाकर 2 कर दिया।
NOTE:- यूरोप में कपड़े नापने की पैमाने को एले ( elle) कहां जाता था।
किसने कहा कि जॉलवेराइन का लक्ष्य जर्मन लोगों को आर्थिक रुप से एक राष्ट्र के रूप में बांधना है :-फ्रेडरिक लिस्ट ने 1834 में।
रूढ़िवाद से आप क्या समझते?ऐसा राजनीतिक दर्शन जो परंपरा, स्थापित संस्थानों और रीति-रिवाजों पर जोर देता है और तेज बदलाव की वजह क्रमिक और धीरे-धीरे विकास को प्राथमिकता देता है।
पितृभूमि (la patrie) और नागरिक (le citoyen) जैसे विचारों पर संयुक्त बल दिया गया।
- एक संविधान के अंतर्गत लोगों को समान अधिकार दिए गए।
- एक नया फ्रांसीसी झंडा तिरंगा (the tricolor) चुना गया जिसने राष्ट्रध्वज की जगह ले ली।
- इस्टेट जनरल का चुनाव सक्रिय नागरिकों के समूह द्वारा किया जाने लगा।
- इस्टेट जनरल का नाम बदलकर नेशनल एसेंबली कर दिया गया।
- नई स्थितियां रची गई, शपथे ली गई, शहीदों का गुणगान किया गया।
- एक केंद्रीय प्रशासनिक व्यवस्था लागू की गई जिसने अपने भूभाग में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून बनाएं।
- आंतरिक आयात - निर्यात शुल्क समाप्त कर दिए गए।
- भार तथा नापने की एक समान व्यवस्था लागू की गई।
- क्षेत्रीय बोलियों की जगह पेरिस के फ्रेंच भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में दर्जा दिया गया।
जैकोबिन क्लब की स्थापना पर टिप्पणी?
- 19 नवंबर 1789 में मैक्सिमिलियन रोबेस्पिएरे द्वारा निरुपित और स्थापित किया गया था।
जैकोबिन क्लब कार्य:-
- यूरोप के लोगों को निरंकुश शासकों से मुक्त कराए।
- फ्रांस यूरोप के अन्य लोगों को और राष्ट्रों में गठित होने में मदद करना।
जैकोबिन क्लब का प्रभाव:-
हालैंड, बेल्जियम, स्वीट्जरलैड़ और इटली में देखने के लिए मिला।
जर्मन पंचांग क्या है?
एक प्रकार का तिथिपत्र था जिसे एंट्रीयास रेबमान ने 1798 में डिजाइन किया था।
एंट्रीयास रेबमान कौन था?
- रहमान एक पत्रकार था
- जो मेंज़ नामक शहर में रहता था।
- जर्मन जैकोबिन क्लब का सदस्य था
- इन्होंने एक नारा दिया था कि:- 'लोगों को अपनी आजादी मुट्ठी में कर लेनी चाहिए'
अपने शासन वाले क्षेत्र को ज्यादा कुशल बनाने के लिए नेपोलियन ने क्या बदलाव किए?
नेपोलियन के नियंत्रण में जो विशाल क्षेत्र आया वहां उसने अनेक सुधार की शुरुआत की जिन्हें फ्रांस में पहले ही आरंभ किया जा चुका था:-
- फ्रांस में राजतंत्र को वापस लाया और प्रजातंत्र को नष्ट किया।
- प्रशासनिक क्षेत्रों में क्रांतिकारी सिद्धांतों का समावेश किया।
- पूरी शासन व्यवस्था अधिक तर्कसंगत और कुशल बनाया।
- नागरिक संहिता बनाया जिसे बाद में नेपोलियन की संहिता के नाम से जाना जाने लगा।
- जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर दिए।
- कानून के समक्ष बराबरी और संपत्ति के अधिकार को सुरक्षित किया गया।
- प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाया।
- सामंती व्यवस्था को खत्म किया।
- किसानों को भू- दासत्व और जागीरदारी शुल्क को से मुक्ति दिलाई।
- किसानों कारीगरों मजदूरों और नए उद्योगपतियों को व्यापार करने के लिए आजादी दी।
नेपोलियन संहिता पर टिप्पणी करें?
1804 में नेपोलियन द्वारा नागरिकों के लिए कानून बनाया गया जिससे नागरिक संहिता और आमतौर पर नेपोलियन के संहिता के नाम से जाना जाता है।
इस संहिता में:-
- जालौर पर आधारित विशेषाधिकार को समाप्त किया।
- कानून के समक्ष बराबरी और संपत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया।
इस संहिता को फ्रांसीसी नियंत्रण के अधीन क्षेत्रों में भी लागू किया गया।
प्रभावित क्षेत्र:-
डच गणतंत्र, स्वीटजरलैंड, इटली और जर्मनी में लागू किया गया।
जर्मनी में किसने स्वतंत्रता के वृक्ष का रोपण किया?
- कार्लकैस्पर फ्रिट्ज़ द्वारा बनाया गया एक रंगीन चित्र था।
- जिसमें फ्रेंच सेनाओं द्वारा ज्वेब्रकेन शहर पर कब्जा को दिखाया था।
- इसी रंगीन चित्र में कार्लकैस्पर फ्रिट्ज़ ने स्वतंत्रता केे वृक्ष का रोपण कियाा था।
- इस वृक्ष पर लगे पट्टी पर जर्मन में लिखा है, उसका अनुवाद है:- ''हम से आजादी और समानता ले लो - यह मानवता का आदर्श रूप है।''
नेपोलियन के पतन का कारण ?
- बढ़ते हुए कर
- सेंसरशिप का कानून
- बाकी यूरोप को जीतने के लिए फ्रेंच सेना में जबरन भर्ती।
यूरोप में राष्ट्रवाद का निर्माण
18 वीं सदी के यूरोप में भिन्नता पर टिप्पणी करें?
NOTE:- ऑस्ट्रिया-हंगरी पर शासन करने वाला है हैब्सबर्ग साम्राज्य कई अलग-अलग क्षेत्रों और जनसमूह को जोड़कर बनाया गया था।
इसमें:- ऐल्प्स के टिरॉल, ऑस्ट्रेलिया और सुडेटेनलैंड जैसे इलाकों के साथ साथ बोहेमिया भी शामिल था।
भाषा:- जर्मन भाषा।
NOTE:- हैब्सबर्ग साम्राज्य में लॉम्बाडी और वेनेशिया
भाषा- इतालवी
NOTE:- हंगरी में आधे लोग मैग्यार भाषा बोलते थे। जबकि बाकी लोग विभिन्नगाली सिया में कुलीन वर्ग पॉलिश भाषा बोलते थे।
NOTE:- गालीसिया में कुलीन वर्ग पोलिश भाषा बोलते थे।
NOTE :- हैब्सबर्ग साम्राज्य की सीमा रेखा के भीतर भारी संख्या में खेती करने वाले लोग अध्ययन व्यवस्था में रहते थे।
कुलीन वर्ग पर टिप्पणी करें ?
- सामाजिक और राजनीतिक रूप से जमीन का मालिक कुलीन वर्ग के लोग होते थे।
- यूरोपीय महाद्वीप का सबसे प्रभावशाली वर्ग था।
- यह लोग ग्रामीण इलाकों में जायदाद और शहरी-हवेलियों के मालिक थे।
- राजनीतिक कार्यों के लिए तथा उच्च वर्गों के बीच में फ्रेंच भाषा का प्रयोग करते थे।
- उच्च वर्ग तथा कुलीन वर्ग के परिवार अक्सर वैवाहिक संबंधों से आपस में जुड़े होते थे।
- शक्तिशाली कुलीन वर्ग संख्या के लिहाज से एक छोटा समूह था।
औद्योगिकरण का शुरुआत
- इंग्लैंड में औद्योगिकरण 18वीं सदी के दूसरे भाग में आरंभ हुआ।
- फ्रांस और जर्मनी के कुछ हिस्सों में यह 19वीं शताब्दी के दौरान शुरू हुआ।
मध्यम वर्ग का उदय
- 19वीं शताब्दी में फ्रांस और जर्मनी में औद्योगिकरण के शुरुआत के साथ ही एक नए सामाजिक वर्ग का उदय हुआ जिसे मध्यमवर्ग कहा जाता है।
- इस वर्ग के लोगों का मुख्य कार्य श्रम, उद्योग, व्यापार और सेवा के क्षेत्र में था।
- मध्य और पूर्वी यूरोप में इन समूह का आकार 19वीं सदी के अंतिम दशकों तक छोटा था।
- कुलीन वर्ग के विशेषाधिकारों की समाप्ति के बाद राष्ट्रीय एकता का विचार इन लोगों के कारण लोकप्रिय हुआ।
उदारवादी राष्ट्रवाद के क्या मायने थे
उदारवाद से आप क्या समझते हैं?
उदारवाद ( libragalism ) शब्द तालीन भाषा के मूल Liber पर आधारित है जिसका अर्थ आजाद होता है।
मध्यम वर्ग के लिए उदारवाद का क्या मतलब था ?
नए मध्यम वर्ग के लिए उदारवाद का मतलब था :-
- व्यक्ति के लिए आजादी।
- कानून के समक्ष सबकी बराबरी।
- राजनीतिक रूप से उदारवाद एक ऐसी सरकार पर जोर देता था जो सहमति से बनी हो।
- निरंकुश शासक।
- पादरी वर्ग के विशेषाधिकारों की समाप्ति।
- संसदीय सरकार का पक्षधर था।
फ्रांसीसी क्रांति के बाद मत देने का अधिकार किसको दिया गया था ?
- फ्रांसीसी क्रांति के बाद उदारवादियों ने प्रजातंत्र का पहला राजनीतिक प्रयोग किया था और वहां मत देने और चुनने का अधिकार केवल संपत्तिवान पुरुषों को ही हासिल था।
- संपत्ति विहीन पुरुष और सभी महिलाओं को राजनीतिक अधिकारों से वंचित रखा गया था।
NOTE:- केवल थोड़े समय के लिए जैकोबिन क्लब के शासन के दौरान व्यस्क पुरुषों को मताधिकार प्राप्त था।
NOTE:- यहां वयस्क पुरुषों में महिला तथा पुरुष दोनों आते थे
नेपोलियन संहिता के द्वारा सीमित मताधिकार का प्रचलन
नेपोलियन की संहिता जब लागू की गई तो पुनः सीमित अधिकार वापस आ गई और इस के कारण:-
- महिलाओं को अवयस्क दर्जा दे दिया गया।
- तथा महिलाओं को पीता और पतियों के अधीन कर दिया गया।
NOTE:- संपूर्ण 19वीं सदी तथा 20वीं सदी के आरंभिक वर्षों में महिलाओं और संपत्ति विहीन पुरुषों ने समान राजनीतिक अधिकारों की मांग करते हुए विरोध आंदोलन चलाएं।
आर्थिक क्षेत्र में उदारवादियों की मांग
बाजारों की मुक्ति और चीजों तथा पूंजी के आवागमन पर राज्य द्वारा लगाए गए नियंत्रण को खत्म करने के पक्ष में था।
ज़ॉलवेराइन क्या है?
- ज़ॉलवेराइन की स्थापना 1834 में प्रशा की पहल से किया गया।
- यह एक सीमा शुल्क संघ था।
- इस संघ में कुल 39 राज्यों का एक समूह था
- इस संघ ने शुल्क अवरोधों को समाप्त कर दिया।
- मुद्राओं की संख्या 30 से घटाकर 2 कर दिया।
NOTE:- यूरोप में कपड़े नापने की पैमाने को एले ( elle) कहां जाता था।
किसने कहा कि जॉलवेराइन का लक्ष्य जर्मन लोगों को आर्थिक रुप से एक राष्ट्र के रूप में बांधना है :-
फ्रेडरिक लिस्ट ने 1834 में।
रूढ़िवाद से आप क्या समझते?
ऐसा राजनीतिक दर्शन जो परंपरा, स्थापित संस्थानों और रीति-रिवाजों पर जोर देता है और तेज बदलाव की वजह क्रमिक और धीरे-धीरे विकास को प्राथमिकता देता है।
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